सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का श्रीनगर दौरा: पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा समीक्षा
"22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत के बाद, भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 25 अप्रैल को श्रीनगर का दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य घाटी में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करना और आतंकवाद विरोधी अभियानों की प्रगति का आकलन करना था। जनरल उपेंद्र द्विवेदी का श्रीनगर दौरा कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके दौरे से यह संदेश जाता है कि भारतीय सेना आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है और नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है।"
श्रीनगर में सुरक्षा समीक्षा बैठक
जनरल द्विवेदी ने श्रीनगर स्थित बादामी बाग कैंट में सेना की 15वीं (चिनार) कोर के कमांडर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार भी उपस्थित थे। बैठक में पहलगाम हमले के बाद की स्थिति, आतंकवाद विरोधी अभियानों की प्रगति, और नियंत्रण रेखा (LoC) पर सुरक्षा उपायों पर चर्चा की गई।
बैसारन घाटी का निरीक्षण
जनरल द्विवेदी ने पहलगाम के पास स्थित बैसारन घाटी का भी दौरा किया, जहां हाल ही में आतंकी हमला हुआ था। इस क्षेत्र को 'मिनी स्विट्ज़रलैंड' के नाम से जाना जाता है। उन्होंने स्थानीय सैन्य अधिकारियों से घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की और सुरक्षा उपायों का निरीक्षण किया।
आतंकियों की पहचान और तलाश
हमले के बाद, जांच एजेंसियों ने तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं, जिनमें से एक की पहचान अबू तलहा के रूप में हुई है, जो लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर बताया जा रहा है। अन्य दो आतंकियों की पहचान आसिफ फौजी और सुलेमान शाह के रूप में की गई है। इन आतंकियों की तलाश में सेना और पुलिस द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
कश्मीर में हाई अलर्ट
हमले के बाद कश्मीर घाटी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है। ड्रोन और हेलिकॉप्टर के माध्यम से निगरानी की जा रही है, और संभावित आतंकियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
हमले की निंदा करते हुए, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की। अमेरिका, जर्मनी, जापान, रूस और अन्य देशों ने भी हमले की निंदा की और भारत के साथ सहयोग का आश्वासन दिया।