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भारत का निर्यात 2025: 820 अरब डॉलर के रिकॉर्ड तक पहुँचने की कहानी

भारत का निर्यात 2025: एक ऐतिहासिक उपलब्धि

“वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत ने वित्त वर्ष 2025 में निर्यात के क्षेत्र में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। वाणिज्य मंत्रालय के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, भारत का कुल माल और सेवा निर्यात 820 अरब डॉलर को पार कर गया है। यह पिछले वर्ष के 778 अरब डॉलर के मुकाबले लगभग 6% की वृद्धि दर्शाता है।”

“इस उपलब्धि पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने निर्यात संवर्धन परिषदों और उद्योग निकायों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में वैश्विक व्यापार में उभरती चुनौतियों और भारत की निर्यात रणनीति पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।”


वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत की निर्यात सफलता

1. लाल सागर संकट और व्यापार पर प्रभाव

हाल के महीनों में लाल सागर क्षेत्र में सुरक्षा संकट ने वैश्विक व्यापार को प्रभावित किया है। इसके बावजूद, भारतीय निर्यातकों ने वैकल्पिक मार्गों और रणनीतियों का उपयोग करके अपनी आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर रखा।

2. यूक्रेन-रूस युद्ध और आर्थिक अस्थिरता

रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण वैश्विक ऊर्जा और खाद्य बाजारों में उतार-चढ़ाव देखा गया। फिर भी, भारत ने अपने निर्यात को बनाए रखने के लिए नए बाजारों की तलाश की।

3. विकसित देशों में मंदी का दबाव

अमेरिका और यूरोप जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक विकास धीमा होने के बावजूद, भारत ने एशियाई और अफ्रीकी बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत की।


भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: नए अवसर

1. द्विपक्षीय व्यापार वार्ता (BTA) की प्रगति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फरवरी 2025 में हुई बैठक में एक महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते पर सहमति बनी। यह समझौता भारतीय निर्यातकों के लिए नए दरवाजे खोल सकता है।

2. विनिर्माण और रोजगार को बढ़ावा

इस समझौते से भारत में विनिर्माण क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। साथ ही, भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में उभर रहा है।


सरकार की निर्यात सहायता योजनाएँ

1. निर्यात प्रोत्साहन पहल

सरकार ने MSMEs और स्टार्टअप्स को निर्यात बढ़ाने के लिए विभिन्न वित्तीय सहायता योजनाएँ शुरू की हैं।

2. लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास

बंदरगाहों, रेलवे और हवाई मार्गों के आधुनिकीकरण से निर्यात प्रक्रिया तेज हुई है।

3. डिजिटल व्यापार को बढ़ावा

ई-कॉमर्स और डिजिटल भुगतान प्रणालियों को मजबूत करके छोटे व्यापारियों को वैश्विक बाजारों से जोड़ा जा रहा है।


भारत की निर्यात यात्रा का भविष्य

वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत का निर्यात क्षेत्र लगातार मजबूत हो रहा है। सरकार और उद्योग जगत के सहयोग से भारत अगले कुछ वर्षों में 1 ट्रिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। नए व्यापार समझौते, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल पहलों के साथ, भारत वैश्विक व्यापार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की राह पर है।

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