पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में दहशत, भारत के जवाब से डरकर PoK की सभी उड़ानें रद्द
पहलगाम आतंकी हमला: भारत के जवाब से पाकिस्तान में मची खलबली
“पहलगाम आतंकी हमला एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का कारण बन गया है। हमले में सुरक्षाबलों पर किए गए कायराना हमले के बाद भारत का गुस्सा साफ झलक रहा है। इस बीच पाकिस्तान ने PoK की ओर जाने वाली सभी घरेलू और सैन्य उड़ानें रद्द कर दी हैं, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि भारत की कड़ी कार्रवाई का डर पड़ोसी देश के दिल में घर कर गया है।”
🔶 PoK की उड़ानों पर रोक, डर का संकेत?
आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की ओर जाने वाली सभी फ्लाइट्स को अचानक से रद्द कर देना साधारण निर्णय नहीं है। यह कदम यह दर्शाता है कि पाकिस्तान भारत के संभावित जवाब से घबराया हुआ है।
पहलगाम आतंकी हमला केवल एक क्षेत्रीय मसला नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रश्न बन चुका है।
🔶 भारत का रुख: जवाबी कार्रवाई के संकेत
भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियां हर पहलू की जांच कर रही हैं। सेना के सूत्रों के अनुसार, आतंकियों की घुसपैठ में पाकिस्तान की मदद के स्पष्ट संकेत मिले हैं। ऐसे में भारत की जवाबी कार्रवाई तय मानी जा रही है।
हालांकि, आधिकारिक रूप से कोई भी ऑपरेशन घोषित नहीं हुआ है, लेकिन रणनीतिक हलकों में चर्चा है कि भारत PoK में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बना सकता है।
🔶 पहले भी मिल चुका है ऐसा जवाब
यह पहली बार नहीं है जब भारत ने आतंकी हमलों का जवाब दिया हो। 2016 उरी हमला और उसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक इस बात का प्रमाण हैं कि भारत अब आतंक के खिलाफ सक्रिय नीति अपना चुका है।
पहलगाम आतंकी हमला के बाद भी कुछ वैसी ही रणनीति दोहराई जा सकती है।
🔶 पाकिस्तान की दुविधा: क्या अब बातचीत संभव है?
एक तरफ पाकिस्तान भारत से शांति की बात करता है, वहीं दूसरी ओर उसकी ज़मीन से भारत पर आतंकी हमले कराए जाते हैं। यह दोहरा रवैया अब भारत को मंज़ूर नहीं। पाकिस्तान के इस व्यवहार ने उसकी वैश्विक छवि को भी नुकसान पहुंचाया है।
पहलगाम आतंकी हमला के बाद भारत ने न केवल अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाया है, बल्कि कूटनीतिक दबाव भी बनाना शुरू कर दिया है।
🔶 आम जनता की मांग: सख्त जवाब दो
देशभर में इस हमले के बाद जनता में गुस्सा है। सोशल मीडिया पर लोग भारत सरकार से मांग कर रहे हैं कि आतंकियों को उनकी भाषा में जवाब दिया जाए। युवाओं और रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अब कड़े निर्णय लेने का समय है।
🔶 विशेषज्ञों की राय: सिर्फ जवाब नहीं, रोकथाम भी जरूरी
सुरक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि पहलगाम आतंकी हमला केवल एक चेतावनी नहीं बल्कि गंभीर चुनौती है।
भारत को इस पर जवाबी कार्रवाई तो करनी ही चाहिए, साथ ही सीमा पर सुरक्षा और इंटेलिजेंस नेटवर्क को और मजबूत करना भी जरूरी है।
🔶 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: भारत के साथ खड़ा है विश्व
अमेरिका, फ्रांस और जापान जैसे देशों ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है। इससे पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बना है।
🔶 PoK में खौफ का माहौल: स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ी
PoK में रहने वाले लोग भी अब असमंजस में हैं। फ्लाइट्स रद्द होने और सैन्य गतिविधियों के बढ़ने से वहां भय का वातावरण बन गया है। लोग आशंकित हैं कि भारत की तरफ से किसी भी समय जवाबी कार्रवाई हो सकती है।
🔶 सेना तैयार, सटीक निशाना बना सकती है
भारतीय सेना सीमाओं पर सतर्क है और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। सूत्रों की मानें तो सेना ने सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त बल भी तैनात कर दिए हैं। यह सब संकेत देते हैं कि भारत ने मन बना लिया है।
