ऑपरेशन सिंधु: ईरान और इज़रायल से भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी जारी
"ईरान और इज़रायल के बीच जारी संघर्ष के बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसी दिशा में एक मजबूत पहल करते हुए भारत ने ऑपरेशन सिंधु नामक विशेष मिशन की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य संकटग्रस्त क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करना है।"
ऑपरेशन सिंधु क्या है?
ऑपरेशन सिंधु भारत सरकार द्वारा संचालित एक मानवीय और रणनीतिक निकासी मिशन है, जिसका मकसद ईरान और इज़रायल जैसे संकटग्रस्त इलाकों में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वतन वापसी कराना है। विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारतीय वायुसेना और अन्य एजेंसियों का सहयोग इस ऑपरेशन की सफलता में अहम भूमिका निभा रहा है।
अब तक कितने भारतीय लौट चुके हैं?
ईरान से वापसी
- 23 जून को मशहद से 290 भारतीय नागरिकों को एक विशेष विमान के माध्यम से दिल्ली लाया गया।
- विदेश मंत्रालय के अनुसार, अब तक 2003 भारतीय नागरिक ईरान से सफलतापूर्वक वापस आ चुके हैं।
- 22 जून को भी एक विशेष उड़ान से 285 भारतीय नागरिकों की वापसी हुई थी।
इज़रायल से वापसी
- अब तक 604 भारतीय नागरिकों को इज़रायल से निकाला गया है।
- इनकी निकासी जॉर्डन और मिस्र के ज़रिए की गई है।
- 24 जून की तड़के 1:19 बजे (भारतीय समयानुसार), 161 नागरिकों का पहला जत्था दिल्ली पहुंचेगा।
निकासी प्रक्रिया कैसे हो रही है?
भारत सरकार इस मिशन के अंतर्गत दो रास्तों से अपने नागरिकों को निकाल रही है:
भारतीय दूतावास और राजनयिक अधिकारी लगातार इन नागरिकों के संपर्क में हैं, और निकासी की समूची प्रक्रिया चरणबद्ध, सुरक्षित और तेज़ी से संचालित की जा रही है।
सरकारी सहयोग और मानवीय दृष्टिकोण
विदेश मंत्रालय की भूमिका
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल नियमित रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से अद्यतन जानकारी साझा कर रहे हैं।
- मंत्रालय संकट में फंसे हर भारतीय तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है।
राज्य मंत्रियों की सहभागिता
ऑपरेशन सिंधु के सामाजिक और कूटनीतिक मायने
यह मिशन न केवल भारतीय नागरिकों के जीवन की सुरक्षा का प्रतीक है, बल्कि भारत की वैश्विक भूमिका को भी दर्शाता है:
- यह मिशन भारत की नागरिक कूटनीति और वैश्विक दायित्व का हिस्सा है।
- यह देश की संकट प्रबंधन क्षमता और रक्षा नीति की मजबूती को प्रमाणित करता है।
- भारत का विदेशी नागरिकों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण भी इससे उजागर होता है, जैसा कि श्रीलंकाई नागरिक की वापसी में देखा गया।
ऑपरेशन सिंधु की अगली दिशा क्या होगी?
सरकारी सूत्रों के अनुसार, जब तक सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी नहीं हो जाती, तब तक ऑपरेशन सिंधु जारी रहेगा। आने वाले दिनों में और भी विशेष उड़ानें संचालित की जाएंगी, और अधिक जत्थे देश लौटेंगे।
"ऑपरेशन सिंधु भारत सरकार का एक महत्त्वपूर्ण और साहसिक कदम है, जो दिखाता है कि संकट चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा में कभी पीछे नहीं हटता। इस मिशन की सफलता भारत की रणनीतिक सोच, कूटनीति और मानवीय दृष्टिकोण का मिलाजुला उदाहरण है।"