उत्तरकाशी बादल फटने की त्रासदी: पीएम मोदी ने जताया दुख, सीएम धामी से की बातचीत
उत्तरकाशी बादल फटने की त्रासदी: पीएम मोदी ने जताया दुख, सीएम धामी से की बातचीत
“उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में मंगलवार को हुए बादल फटने की घटना ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। इस त्रासदी में एक पूरा गांव बह गया है, कई लोग लापता हैं और बाजार क्षेत्र में व्यापक नुकसान की खबर है।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने जताया दुख, सीएम धामी से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म
‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राहत और बचाव कार्य पूरी तत्परता से जारी हैं।”
पीएम मोदी ने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार की निगरानी में सभी एजेंसियां हरसंभव प्रयास कर रही हैं और प्रभावितों को मदद पहुंचाई जा रही है।
घटना का विवरण: धराली क्षेत्र में तबाही
मंगलवार सुबह हर्षिल के पास धराली गांव में बादल फटा, जिससे:
- एक गांव बह गया
- जलस्तर अचानक बढ़ा
- बाजार और आसपास के क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ
- कई लोग लापता बताए जा रहे हैं
सेना और SDRF ने किया रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू
घटना की गंभीरता को देखते हुए:
- एसडीआरएफ (SDRF)
- एनडीआरएफ (NDRF)
- भारतीय सेना
- पुलिस और अग्निशमन विभाग
ने तत्काल सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
भारतीय सेना के जवानों ने:
- लगभग 1:45 बजे भूस्खलन के बाद बचाव कार्य शुरू किया
- अब तक 15-20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला
- घायलों को हर्षिल के सेना मेडिकल सेंटर में उपचार दिया जा रहा है
मुख्यमंत्री धामी की स्थिति पर निगरानी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी
X पर लिखा:
“धराली (उत्तरकाशी) क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान का समाचार अत्यंत दुखद एवं पीड़ादायक है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए SDRF, NDRF, जिला प्रशासन तथा अन्य संबंधित टीमें युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं।”
सीएम धामी ने कहा कि वह लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हैं और स्थिति की गहन निगरानी कर रहे हैं।
उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन की अपील
उत्तराखंड पुलिस ने भी सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया:
“उत्तरकाशी के धराली, खीर गाढ़ में जलस्तर बढ़ने से मार्केट क्षेत्र में नुकसान हुआ है। सभी राहत एजेंसियां मौके पर कार्यरत हैं।”
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने, बच्चों और पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
IMD ने पहले ही जारी किया था अलर्ट
इस घटना से कुछ दिन पहले, भारतीय मौसम विभाग (
IMD) ने उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली और पौड़ी गढ़वाल जैसे जिलों के लिए भारी वर्षा और बाढ़ का अलर्ट जारी किया था। यह हादसा उस चेतावनी की पुष्टि करता है कि जलवायु परिवर्तन के असर से पहाड़ी राज्यों में आपदाओं का खतरा बढ़ रहा है।
“उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में हुई यह त्रासदी एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशीलता को उजागर करती है। केंद्र और राज्य सरकार की तत्परता राहत कार्यों में दिख रही है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए मौसम पूर्वानुमान, आपदा प्रबंधन और स्थानीय जन-जागरूकता पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।”